hindi hindi hindi بعثه مقام معظم رهبری در گپ بعثه مقام معظم رهبری در سروش بعثه مقام معظم رهبری در بله
hindi hindi hindi hindi hindi

hindi

بسم اللّه الرّحمن الرّحیم وَ الحَمدُ لِلّهِ رَبِّ العالَمین وَ صَلَّی اللّهُ عَلی سَیّدِنا مُحَمَّدٍ وَ آلِهِ الطَّیِّبینَ وَ صَحبِهِ المُنتَجَبین وَ مَن تَبِعَهُم بِاِحسانٍ اِلی یَومِ الدّین. दुनिया भर के मुस्लिम भाइयों और बहनों! हज का मौसम मुसल

بسم اللّه الرّحمن الرّحيم

وَ الحَمدُ لِلّهِ رَبِّ العالَمين وَ صَلَّي اللّهُ عَلي سَيّدِنا مُحَمَّدٍ وَ آلِهِ الطَّيِّبينَ وَ صَحبِهِ المُنتَجَبين وَ مَن تَبِعَهُم بِاِحسانٍ اِلي يَومِ الدّين.

दुनिया भर के मुस्लिम भाइयों और बहनों!

हज का मौसम मुसलमानों के लिए, लोगों की आँखों में सम्मान और महिमा, और ख़ालिक़ के मुक़ाबिल नूरानीयत और विनम्र और Ibtehal (1) का मौसम है। हज, क़ुदसी और सांसारिक और दिव्य और जनहित अध्यादेश है। और अल्लाह के आदेश'-«فَاذكُرُوا اللّهَ كَذِكرِكُم ءابآءَكُم اَو اَشَدَّ ذِكرًا»)(2) وَ اذكُرُوا اللّهَ في اَيّامٍ مَعدوداتٍ» )3("और इस ख़िताब «اَلَّذي جَعَلناهُ لِلنّاسِ سَوآءَنِ العاكِفُ فيهِ وَالباد» (4) के माध्यम से ला तादा और विभिन्न आयामों को बताता है।

इस फ़रीज़े में, समय और जगह की सुरक्षा, एक शानदार स्टार और स्पष्ट संकेत की तरह ,मानव दिल को आराम देता है और तीर्थयात्रियों को असुरक्षा के कारकों के घेरे से जो अन्यायपूर्ण शासन की ओर से हमेशा आम जनता को डराता रहता है बाहर ले आता है और परिणामस्वरूप एक महदूद अवधि में सुरक्षा की लज़्ज़त को चखाता है।

Ebrahimi हज जो मुसलमानों को इस्लाम ने, उपहार दिया है सम्मान और आध्यात्मिकता और एकता और महानता का प्रतीक है; इस्लामी राष्ट्र की अज़मत और अल्लाह की ताक़त पर भरोसा तथा अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचारी और ताक़तवर दुश्मनों के ख़िलाफ़ निडर बना देता है इस्लामी और तौहीदी हज «اَشِدّآءُ عَلَي الكُفّارِ رُحَمآءُ بَينَهُم» (5); का प्रतीक है औरमुशरिकों से दूरी और मोमिनों के साथ एकता व प्यार की जगह है।

उन्हों ने हज को पर्यटन और तीर्थ यात्रा बना दिया और क्रांतिकारी व मोमिन ईरानी राष्ट्र के साथ अपनी शत्रुता और घृणा को "हज का राजनीतिकरण' शीर्षक के तहत छुपा दिया है और यह छोटे और हक़ीर शैतान हैं जो कि महान शैतान,अमेरिका के हितों को खतरे में डालते हुऐ, कांप जाते हैं । सऊदी शासकों ने इस साल अल्लाह और पवित्र मस्जिद के रासते मे रुकावट बन गऐ (6) और एक उत्साही और भक्त ईरानी तीर्थयात्रियों पर लोकप्रिय घर के दरवाज़ों को बंद कर दिया है।

अब जब कि 7)मिना की घटनाओं के लगभग एक साल हो रहा है कि जहाँ, कुछ हजार लोग ईद के दिन और ऐहराम के कपड़ों में,सूरज के नीचे,और प्यासे मज़लूम मर गऐ थे; थोड़ा पहले इससे मस्जिद हराम में एक सामूहिक उपासना तवाफ़ और प्रार्थना के बीच रक्त और मिट्टी में डूब गऐ थे और सऊदी अरब शासक दोनों दुर्घटना में अपराधी हैं, यह वह बात है कि सभी तकनीकी विश्लेषकों और पर्यवेक्षकों का जिस पर इत्तेफ़ाक़ है और कुछ विशेषज्ञों द्वारा तो इसेजानबूझकर की गई, घटना भी कहा गया है घायलों के बचाव में देरी व कोताही तो यक़ीनन मुसल्लम है सख़्त दिल सऊदी लोगों ने उन्हें जीवित कैंनेस्टरों में डाल दिया और बंद कर दिया था बजाय इलाज और मदद के यहां तक कि प्यास से वह सब शहीद होगऐ। विभिन्न देशों से कई हजार परिवार अपने प्रियजनों को खो बैठे और उनके परिवार वाले दुखद हुऐ । इस्लामी गणराज्य ईरान के करीब पांच सौ लोग भी शहीदों के बीच थे अभी भी परिवार के सदस्यों के दिल घायल हैं और गुस्सा और दु: खी हैं।

सऊदी शासक इस भयानक घटना पर बजाय इसके कि माफी मांगे और पछतावा करें व यह अत्याचार करने वालों को सज़ा दें निहायत अश्लीलता के साथ, अंतरराष्ट्रीय इस्लामी खोजक बोर्ड के गठन को भी रोक दिया आरोपी की जगह खड़े होने के बजाय अभियुक्त व्यक्ति की स्थिति पर खड़े होगऐ,और इस्लामी गणराज्य ईरान के साथ अपनी पुरानी दुश्मनी और कुफ़्र व अहंकारियों के ख़िलाफ इस्लामी झंडे के साथ अपनी बेईमानी व हलकेपन को ज़ाहिर कर दिया।

उनकी प्रचार टोन चाहे उनके राजनीतिज्ञ हों जिनका व्यवहार अमेरिका और Zionists के खिलाफ इस्लामी दुनिया के लिऐ नंग है या झूठे और हरामख़ोर मुफ़्ती जो स्पष्ट रूप से किताबे ख़ुदा और सुन्नत के ख़िलाफ़ फतवा देरहे हैं या प्रिंट मीडिया कि उनका ज़मीर भी झूठ बोलने और झूठ फैलाने में रुकावट नहीं है बेजा प्रयास कर रहे हैं कि इस वर्ष इस्लामी गणराज्य ईरान को हाजियों को हज से महरूम रहने में आरोपित कर रहे हैं, प्रलोभन शासक जो तक्फ़ीरी समूहों के गठन और उन्हें लैस करके इस्लामी दुनिया को अंदरूनी व बाहरी, युद्ध में डाल दिया व बेगुनाह नागरिकों की हत्या और घायल कर रहे हैं, और यमन और इराक, सीरिया और लीबिया और कुछ अन्य देशों को को खून से नहला दिया है भगवान से बेख़बर राजनीतिज्ञों ने ग़ासिब यहूदी शासन की ओर दोस्ती का हाथ दिया और फिलिस्तीनी के दुख और मुसीबत पर आंखों को बंद कर लिया है और अपनी क्रूरता और बेवफाई के दामन को बहरीन के शहरों और गांवों तक फैला दिया है; irreligion और बे मारफ़त शासकों ने मिना जैसी बड़ी आपदा दा की और ख़ादिमैन हरमैन के नाम से हरमे अम्ने इलाही का अपमान किया और ईद के दिन मिना में और उस से पहले मस्जिद हराम में रहमान भगवान के मेहमानों की क़ुर्बानी कर दी और अब हज के राजनीतिक न होने का राग अलाप रहे हैं और दूसरों को बड़े पापों का कि स्वयम किया है या उसका कारण बने हैं गुनहगार बता रहे हैं वह लोग क़ुरान की इस आयत के स्पष्ट रूप से हक़दार हैं (8 وَ اِذا تَوَلّيٰ سَعيٰ فِي الاَرضِ لِيُفسِدَ فيها وَ يُهلِكَ الحَرثَ وَ النَّسلَ وَ اللّهُ لا يُحِبُّ الفَساد * وَ اِذا قيلَ لَهُ اتَّقِ اللّهَ اَخَذَتهُ العِزَّةُ بِالاِثمِ فَحَسبُه‌و جَهَنَّمُ وَ لَبِئسَ المِهاد»। (9)

इस वर्ष भी, रिपोर्टों के अनुसार, (10)ईरानी और कुछ अन्य देशों के हाजियों रोकने के अलावा अन्य देशों के हाजियों को अमेरिका और यहूदी शासन के जासूसी उपकरणों की मदद से नियंत्रण कर रहे हैं (11) और सुरक्षित अल्लाह के घर असुरक्षित बना दिया है। इस्लामी दुनिया चाहे सरकारें हों या मुस्लिम राष्ट्र सऊदी शासकों को पहचानना चाहिऐऔर ज़लील बेईमान और ग़ुलाम उनके सामग्री की वास्तविकता का पता करें और ठीक से समझें और उन अपराधों के कारण जो पूरी इस्लामी दुनिया को अपने घेरे में लिऐ है, उन्हें नहीं छोड़ना चाहिऐ और रहमान के मेहमानों के साथ उनके अपमानजनक व्यवहार पर हज व हरमैन के प्रबंधन पर मूल विचार किया जाना चाहिए, इस मुद्दे पर कोताही,इस्लामी राष्ट्र को भविष्य में महान कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।

मुस्लिम भाइयों और बहनों! इस साल ईरानी मुख़्लिस व आशिक़ हाजियों की जगह खाली है, लेकिन वह अपने दिलों के साथ दुनिया भर के तीर्थयात्रियों के साथ हैं और उनके बारे में चिंतित हैं, और दुआ करते हैं कि वंशावली ज़ालिम मलऊन लोग उन्हें कोई नुक़्सान न पंहुचा सकें अपन ईरानी भाइयों और बहनों को अपनी इबादतों व मुनाजातों में याद रखें और इस्लामी समुदायों की दुर्दशा के हल होने और इस्लामी उम्मत से यहूदी और अहंकारों और इस्लामी देश के गुर्गे के हाथों के कोताह होने के लिए प्रार्थना करें।

मैं अतीत में मस्जिदुल हराम व मिना के शहीदों और वर्ष 66(ईरानी साल) में मक्के के शहीदों को याद कर रहा हूँ भगवान से उनके लिऐ दया और माफ़ी और दरजों के उच्च होने की दुआ मांगता हूं और हज़रत बक़ीयतुल्लाह आज़म (रूही लहुल फ़िदा)को सलाम करने के साथ उन की मक़बूल दुआ को इस्लामी राष्ट्र की सरबुलंदी और दुश्मनों के शर से मुसलमानों की कीनजात चाहते हैं।

و باللّه التّوفيق و عليه التُّكلان
सैय्यद अली ख़ामेनई
आख़री ज़ीक़ादा 1437

2. सितम्बर/2016

 


| شناسه مطلب: 13266







نظرات کاربران